Global Warming Study : तेजी से पिघल रहे हैं ग्लेशियर, ऐसे करें पृथ्वी को बचाने में योगदान

Global Warming Study : मानवीय गतिविधियों का असर है कि हमारे पर्यावरण को हर दिन नुकसान हो रहा है। इस संदर्भ में शोधकर्ताओं का मानना है कि इसके प्रभाव से पृथ्वी के घूमने की गति धीमी हो सकती है।

यह बदलाव हमारी घड़ियों को एक सेकंड के लिए प्रभावित कर सकता है। यह अध्ययन नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी गतिविधियों में बदलाव लाकर पृथ्वी और पर्यावरण को बचाने में योगदान दें। आप भी कुछ बातों का ध्यान रखकर अपना योगदान दे सकते हैं।

अपने हर जन्मदिन पर पौधे लगाएं

आप अक्सर अपना जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाते होंगे। सोचिए कितना अच्छा होगा यदि आप इसका एक छोटा सा हिस्सा दो पेड़ लगाने पर खर्च करें। पेड़-पौधों को हमारी धरती का फेफड़ा कहा जाता है। इनकी वजह से ही हमें शुद्ध हवा मिल पाती है। वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण आज हम जलवायु परिवर्तन के संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में पेड़ लगाने का आपका छोटा सा प्रयास बड़ा बदलाव ला सकता है।

दोबारा इस्तेमाल होनेवाली बोतलों का उपयोग

प्लास्टिक की बोतलें पर्यावरण के लिए अच्छी नहीं हैं, क्योंकि उनमें से अधिकांश को पुनर्चक्रित नहीं किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, प्लास्टिक के उत्पादन के लिए बहुत अधिक जीवाश्म ईंधन की आवश्यकता होती है। जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल करने की बजाय ऐसी बोतलों का इस्तेमाल करें जिन्हें बार-बार इस्तेमाल किया जा सके। इसके अलावा, हमेशा अपने साथ पानी की एक बोतल रखने की आदत बनाएं।

साइकिल का इस्तेमाल करें

साइकिल चलाने से न केवल पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद मिलती है बल्कि यह एक व्यायाम भी बन जाता है। आस-पास की दूरी तय करने और अपने ऑफिस या बाजार तक पहुंचने के लिए आप साइकिल को अपना साथी बना सकते हैं। बाइक, कार, ऑटो, टैक्सी से सफर करने पर न केवल पेट्रोल-डीजल की खपत बढ़ती है, बल्कि इन वाहनों से निकलने वाले धुएं से लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

अपने साथ कपड़े/जूट का थैला रखें

अक्सर हम बाजार से छोटी-छोटी चीजें प्लास्टिक की थैलियों में लाते हैं और उन्हें निकालकर घर के बाहर या कूड़े में फेंक देते हैं। वो प्लास्टिक बैग हमारे घर से होते हुए सीधे कूड़े के ढेर तक पहुंचते हैं. फिर वहां इसका सेवन करना बहुत मुश्किल है. सिंगल यूज प्लास्टिक प्रदूषण हमारी धरती के लिए बेहद हानिकारक साबित होता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि घर से अपने साथ बैग ले जाने की आदत डालें।

पानी को बर्बाद न होने दें

पृथ्वी पर पानी का सबसे बड़ा भंडार महासागरों और समुद्रों में है। वहीं, पृथ्वी पर पानी का बहुत छोटा हिस्सा ही नदियों के रूप में मौजूद है। पानी की बर्बादी का ही नतीजा है कि भूमिगत जलस्रोत हर साल नीचे जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि ब्रश करते समय, नहाते समय या अन्य मौकों पर पानी बर्बाद न करें। आप सभी जानते हैं कि जल ही जीवन है। इसके साथ ही जल प्रदूषण को रोकना भी जरूरी है।

पुरानी चीज़ों को रीसायकल करें

आपके द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रत्येक नई वस्तु किसी न किसी प्रकार के प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होती है। ऐसे में किसी भी पुरानी चीज को कूड़ेदान में फेंकने से पहले एक बार सोच लें कि क्या उससे कोई उपयोगी चीज बनाई जा सकती है। यूट्यूब पर आपको ऐसे जुगाड़ के कई विकल्प मिल जाएंगे।

पशु-पक्षियों को परेशान न करें

यह धरती जितनी हमारी है उतनी ही पशु-पक्षियों और पेड़-पौधों की भी है। ऐसे में आप पशु-पक्षियों को बेवजह परेशान करने की बजाय उनसे दोस्ती बढ़ा सकते हैं। इसी क्रम में आप गौरैया के लिए घोंसला बना सकते हैं. गर्मी के मौसम में आप अपने घर की छत या बालकनी पर पक्षियों के लिए पानी और अनाज का कटोरा रख सकते हैं। पक्षी स्वाभाविक रूप से बीज बिखेरते हैं, जिससे नये पौधे निकलते हैं।

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